chittorgarh – The Most Insane Siege of History

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Date: August 12, 2024

50 thoughts on “chittorgarh – The Most Insane Siege of History

  1. गलत जानकारी मत दो महाराज जयमल जी राठौड़ को गोली युद्ध के मैदान में लगी थी फिर उन्होंने अपने भतीजे श्री कल्ला जी राठौड़ के कंधों पर बैठ कर युद्ध किया था

  2. गलत जानकारी,,,, जयमल जी मेड़तिया राठोड़ के गोली पैर में लगी थी ,,, और जिनसे उनका कुछ नहीं हुआ था उसके बाद रणभूमि में अपने भतीजे कल्लाजी राठौड़ के कंधे पर बैठकर ऐसा मुगल सेना का ऐसा संघार किया था कि केवल 8000 सैनिकों है मुगलों के 36000 सैनिकों को मार दिया था और अकबर को और सेना मांगनी पड़ी थी इसके बाद जयमल जी अंत तक लड़े और अपना सिर काटने के बाद भी बिना सर लड़ते रहे थे और उसके धड़ पर गंदा पानी छिड़कने के बाद उनका धड़ शांत हुआ था,,,,,, अंत में जयमल जी राठौड़ और पता जी चुंडावत की वीरता और रणभूमि में दिखाई बहादुरी देखकर अकबर ने प्रभावित होकर उनकी मूर्ति आगरा के किले में बनवाई थी,,,, राजस्थान के कण कण में शौर्य है वहां की बात बताने से पहले पूरी जानकारी ले लेवें

    जयमल जी मेड़ता से चित्तौड़ आए थे और चित्तौड़ में उदय सिंह जी ने उनका सेनापति बनाया था तब अकबर ने जयमल जी को यह संदेश भेजा कि आप हमारी तरफ मिल जाओ हम आपको मेड़ता और नागौर का राजा बना देंगे,,,,,,,
    तब अकबर को जयमल जी ने पत्र लिखा और जवाब दिया,,,, की भूख ना मेटै मेड़तो ना मेटै नागौर , रजवट भुख अनोखी मरिया मिट चित्तौड़
    सतीश देवासी जालौर

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